मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल - भजन (Mera Chhod De Dupatta Nandlal)

मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरी चुनर रखले,

ना माने तो मेरी चुनर रखले,

या में सितारे जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरा हरवा रखले,

ना माने तो मेरा हरवा रखले,

या में हीरे जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरे कंगन रखले,

ना माने तो मेरे कंगन रखले,

या में मोती जड़े है हज़ार,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


ना माने तो मेरे दिल को रखले,

ना माने तो मेरे दिल को रखले,

या में बैठे बिहारी लाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


मेरा छोड़ दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

सवेरे दही लेके आउंगी,

मेरा छोड दे दुपट्टा नन्दलाल,

सवेरे दही लेके आउंगी ॥


........................................................................................................
आरती प्रेतराज की (Aarti Pretraj Ki)

दीन दुखिन के तुम रखवाले, संकट जग के काटन हारे।
बालाजी के सेवक जोधा, मन से नमन इन्हें कर लीजै।

शीतला अष्टमी व्रत कथा

शीतला अष्टमी का पर्व श्रद्धा और नियमों का पालन करने का दिन होता है। इस दिन विशेष रूप से ठंडे भोजन का सेवन किया जाता है, क्योंकि माता शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है।

नमामी राधे नमामी कृष्णम(Namami Radhe Namami Krishnam)

हे भक्तवृंदों के प्राण प्यारे,
नमामी राधे नमामी कृष्णम,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।