मेरा सर ढकने की माई तेरी चूनर काफी है

धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।

धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।

मेरा सर ढकने को माई तेरी चूनर काफ़ी है।


क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

हो.....

जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।

तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।

जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।

तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।


तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।

तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।


कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।

भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।

कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।

भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।


दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।

दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

हां...

हो...

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सुखी दांपत्य जीवन के 5 उपाय

साल के आखिरी माह यानी दिसंबर की शुरुआत हो चुकी है, और यह माह कई पवित्र व्रत-त्योहारों से भरा है। इनमें विवाह पंचमी का विशेष महत्व है, जो भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह की स्मृति में मनाई जाती है। हिंदू धर्म में राम-सीता की जोड़ी को आदर्श दांपत्य जीवन का प्रतीक माना गया है।

सन्तोषी माता/शुक्रवार की ब्रत कथा (Santhoshi Mata / Sukravaar Ki Vrat Katha

एक नगरमें एक बुढ़ियाके सात पुत्र थे, सातौके विवाह होगए, सुन्दर स्त्री घर में सम्पन्न थीं। बड़े बः पुत्र धंधा करते थे बोटा निठल्ला कुछ नहीं करता था और इस ध्यान में मग्न रहता था कि में बिना किए का खाता हूं।

आजा कलयुग में लेके, अवतार ओ भोले (Aaja Kalyug Me Leke, Avtar O Bhole)

अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,

अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां (Amba Mai Utari Hai Baag Me)

अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां।
(मैय्या, अम्बा माई उतरी हैं बाग में हो मां।)

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