मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,

माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


भक्तों ने जा भवन तुम्हारे,

तुमको शीश नवाया माँ,

हाथ जोड़कर करी बिनती,

संग में चलो महामाया,

मैं बैठ सामने ज्योत तेरी के,

मीठे भजन सुनाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


सुंदर सी चौकी पर माँ,

मखमल गद्दी लगवाउँ मैं,

रूप सिंगारन पुष्प सुगंधित,

ताजी कलियां लाऊं मैं,

मैं खुद दर्शन कर रोज सवेरे,

सबको दर्श कराता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


‘माँ भगवती सेवा दल’,

ये करे तुम्हारी सेवा माँ,

भोग लगाने लाते मैया,

हलवा पुरी मेवा माँ,

माँ सिरसा मे रहे वास तुम्हारा,

यही मैं अर्ज लगाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,

माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥

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मैं सहारे तेरे, श्याम प्यारे मेरे (Main Sahare Tere, Shyam Pyare Mere)

मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,

वायुदेव की पूजा विधि क्या है

सनातन धर्म में वायु देवता बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वेदों में इनका कई बार वर्णन मिलता है और इन्हें भीम का पिता और हनुमान के आध्यात्मिक पिता माना जाता है। वायु पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) में से एक है और इसे जीवन का आधार माना जाता है।

सामने आओगे या आज भी (Samne Aaoge Ya Aaj Bhi)

सामने आओगे या आज भी परदा होगा,
सामने आओंगे या आज भी परदा होगा,

नवंबर के शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में शुभ कार्य बंद रहते हैं। देव उठते ही सभी तरह के मंगल कार्य आरंभ हो जातें हैं।

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