सामने आओगे या आज भी (Samne Aaoge Ya Aaj Bhi)

सामने आओगे या आज भी परदा होगा,

सामने आओंगे या आज भी परदा होगा,

रोज ऐसा ही अगर होगा तो कैसा होगा,

रोज ऐसा ही अगर होगा, तो कैसा होगा,

सामने आओगे या आज भी परदा होगा ॥


मौत आती है तो आ जाये कोई गम ही नहीं,

मौत आती है तो आ जाये, कोई गम ही नहीं,

वो भी तो आएगा, जो मेरा मसीहा होगा,

सामने आओंगे या आज भी परदा होगा ॥


मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा,

मैंने मोहन को बुलाया, है वो आता होगा,

वो आता होगा, २

वो आता होगा, २

मैंने, मोहन, को, बुलाया है, वो आता होगा,

मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा,

तुम भी आना, मेरे घर आज तमाशा होगा,

सामने आओंगे या आज भी परदा होगा ॥


हम गुनाहगारो ने सोचा ही नही था प्यारे,

हम गुनाहगारो ने, सोचा ही नही था प्यारे,

जिक्र मोहन की गली में, भी हमारा होगा,

सामने आओंगे या आज भी परदा होगा ॥


सामने आओगे या आज भी परदा होगा,

रोज ऐसा ही अगर होगा तो कैसा होगा,

रोज ऐसा ही अगर होगा, तो कैसा होगा,

सामने आओंगे या आज भी परदा होगा ॥

........................................................................................................
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर कैसे करें तर्पण

मार्गशीर्ष माह भगवान कृष्ण, जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। ऐसे में इस माह में जो पूर्णिमा तिथि आती है।

वैकुण्ठ चतुर्दशी की कथा (Vaikunth Chaturdashi Ki Katha)

वैकुण्ठ चतुर्दशी को लेकर एक कथा काफी प्रचलित है। इस कथा के अनुसार एक बार श्रीहरि विष्णु देवाधिदेव शंकर जी का पूजन करने के लिए काशी आए थे।

चला फुलारी फूलों को (Chala Phulari Phulon Ko)

चला फुलारी फूलों को
सौदा-सौदा फूल बिरौला

चैत्र अमावस्या को क्यों कहते हैं भूतड़ी अमावस्या

चैत्र मास की अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह दिन नकारात्मक ऊर्जा, आत्माओं और मृत पूर्वजों से जुड़ा हुआ है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने