मेरी मैया तू एक बार आजा, दर्श दिखा जा(Meri Maiya Tu Ek Baar Aaja Darsh Dikha Jaa)

मेरी मैया तू एक बार आजा,

हाँ दर्श दिखा जा,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


पहले भी माँ को हमने,

खूब मनाया,

मानेगी माँ मानेगी,

भजनो को गाके हमने,

खूब सुनाया,

जानेगी माँ जानेगी,

मेरे प्यासे नैना तरसे,

कब आएगी दर पे,

किया तूने उद्धार मेरा मैया,

पडूँ तेरे पईया,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


सोचा था माँ के,

हम दरबार जाएं,

जाएंगे माँ जाएंगे,

झोली को माँ के,

दर से भर लाए,

लायेंगे माँ लायेंगे,

मेरी मैया मेरी नैया,

पार करोगी नैया,

शेरोवाली जगत रखवाली,

ओ मेहरोवाली,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


मेरी अरदास सुनले,

हे माँ जगदम्बे,

जय अम्बे जय जगदम्बे,

हाथ जोड़ कर,

नमन करे हम,

जय दुर्गे जय जगदम्बे,

हे माँ भवानी दे दो निशानी,

पूरण करो कहानी,

मैं तो आया द्वार तेरे मैया,

पाऊं तेरी छैया,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥


मेरी मैया तू एक बार आजा,

हाँ दर्श दिखा जा,

खड़े है इंतजार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में,

हाथ जोड़े हम तेरे दरबार में ॥

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तिलकुट चौथ की पूजा सामग्री

सकट चौथ व्रत मुख्यतः संतान की लंबी उम्र, उनके अच्छे स्वास्थ्य और तरक्की की कामना के लिए रखा जाता है। इस पर्व को गौरी पुत्र भगवान गणेश और माता सकट को समर्पित किया गया है। इसे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे:- तिलकुट चौथ, वक्र-तुण्डि चतुर्थी और माघी चौथ।

उलझ मत दिल बहारो में 2 (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

देवी दुर्गा की 10 महाविद्या की साधना

हिंदू वैदिक पंचाग के अनुसार, 30 जनवरी 2025 से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। हिंदू धर्म में हर साल 4 नवरात्रि मनाई जाती है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ माह की गुप्त नवरात्रि अंतिम नवरात्रि होती है।

प्रभु के चरणों से सच्चा प्यार: भजन (Parbhu Ke Charno Se Sachha Pyar)

प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये,
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये ॥

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