मोरी मैया महान(Mori Maiya Mahan)

मोरी मैया महान,

मोरी मईया महान,

मैहर की शारदा भवानी ॥


संतन की मैया रखवाली,

मन बांछित फल देने वाली,

करे सबका कल्याण,

करे सबका कल्याण,

मैहर की शारदा भवानी ॥


माता के दर जो भी जावे,

खाली हाथ ना वापस आवे,

झोली भरती माँ आन,

झोली भरती माँ आन,

मैहर की शारदा भवानी ॥


मूरख तो ज्ञानी बन जाए,

गूंगा पंचम स्वर में गाए,

देती मंगल वरदान,

देती मंगल वरदान,

मैहर की शारदा भवानी ॥


मैं नित ध्यान धरत माँ तेरा,

बेड़ा पार करो माँ मेरा,

‘राजेंद्र’ ठहरा नादान,

राजेन्द्र ठहरा नादान,

मैहर की शारदा भवानी ॥


मोरी मैया महान,

मोरी मईया महान,

मैहर की शारदा भवानी ॥

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भोला नही माने रे नहीं माने (Bhola Nai Mane Re Nahi Mane)

भोला नही माने रे नहीं माने,
मचल गए नचबे को,

क्यों खास होता है फाल्गुन मास

सनातन धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, साल का अंतिम महीना फाल्गुन मास होता है। इसके बाद हिंदू नववर्ष शुरू हो जाता है।

कभी-कभी भगवान को भी भक्तो (Kabhi Kabhi Bhagwan Ko Bhi Bhakto Se Kam Pade)

प्रभु केवट की नाव चढ़े
कभी कभी भगवान को भी भक्तो से काम पड़े ।

चंपा षष्ठी की पूजा विधि

भगवान शिव के योद्धा अवतार को समर्पित चम्पा षष्ठी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रुप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

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