मुझे खाटू बुलाया है (Mujhe Khatu Bulaya Hai)

मुझे खाटू बुलाया है,

मुझको बधाई दो सभी,

बाबा श्याम ने बुलाया है,

मुझें खाटू बुलाया है,

मुझको रोको ना कोई,

बाबा श्याम ने बुलाया है ॥


मैं निशान उठाऊंगा,

मैं निशान उठाऊंगा,

रींगस से पैदल चलकर के,

बाबा श्याम को चढ़ाऊंगा ॥


तोरण द्वार जब पहुंचूंगा,

तोरण द्वार जब पहुंचूंगा,

शीश झुकाकर सांवरे,

तेरे चरणों को चूमूंगा ॥


लम्बी लम्बी कतारें है,

लम्बी लम्बी कतारें है,

हमको जीता दो सांवरे,

हम भी दुनिया से हारे है ॥


बड़ी दूर से आया हूँ,

एक फूल मैं लाया हूँ,

इसे स्वीकार कर लो,

सच्ची भावना से लाया हूँ ॥


मैं जल्दी आऊंगा,

मैं जल्दी आऊंगा,

काम बनाना सांवरे,

तेरा शुकर मनाऊंगा,

तेरे भजनो को गाऊंगा ॥


मुझे खाटू बुलाया है,

मुझको बधाई दो सभी,

बाबा श्याम ने बुलाया है,

मुझें खाटू बुलाया है,

मुझको रोको ना कोई,

बाबा श्याम ने बुलाया है ॥

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महाशिवरात्रि पौराणिक कथा

प्रत्येक महीने शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हालांकि, फाल्गुन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसे महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

सकट चौथ पर चांद की पूजा क्यों होती है

हिंदू धर्म में सकट चौथ का व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश और सकट माता की पूजा-अर्चना की जाती है।

देव है ये भोले भक्तो का, खुद भी भोला भाला (Dev Hai Ye Bhole Bhakto Ka Khud Bhi Bhola Bhala)

देव है ये भोले भक्तो का,
खुद भी भोला भाला,

भारत में होली के अलग-अलग रंग

बरसाना और नंदगांव की होली विश्व प्रसिद्ध है और इसे देखने के लिए हर साल हजारों लोग यहां पहुंचते हैं। यह होली श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम कथा से जुड़ी हुई है। बरसाना में महिलाएं पुरुषों पर प्रेमपूर्वक लाठियां बरसाती हैं और पुरुष ढाल लेकर खुद को बचाने का प्रयास करते हैं।

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