मुझे राधे-राधे कहना सिखादे (Mujhe Radhe Radhe Kahana Shikhade)

मुझे राधे राधे कहना सिखा दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े,

क्या बिगड़े तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखा दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


वृंदावन जाऊँ तेरे गुण गाऊं,

चरणों की धूलि को माथे से लगाऊँ,

मेरी वृन्दावन कोठी बणा दे,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


जमुना तट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,

बंसीवट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,

अपने मिलने का ठिकाना बता दे,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


अपनी शरण में ले ले मोहन,

अपने ही रंग में रंग ले मोहन,

अपनी गऊओ का ग्वाला बना ले,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


मन मन्दिर में ज्योत जगाऊँ,

आठों पहर तेरे नाम को सिमरूं,

अपने नाम का दीवाना बना दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।

........................................................................................................
जरी की पगड़ी बांधे, सुंदर आँखों वाला (Jari Ki Pagri Bandhe Sundar Ankhon Wala)

जरी की पगड़ी बांधे,
सुंदर आँखों वाला,

मैं ढूँढता तुझे था - प्रार्थना (Mai Dhundta Tujhe Tha: Prarthana)

मैं ढूँढता तुझे था, जब कुंज और वन में ।
तू खोजता मुझे था, तब दीन के सदन में ॥

देवो में सबसे बड़े, मेरे महादेव हैं (Devo Me Sabse Bade Mere Mahadev Hai)

देवो में सबसे बड़े,
मेरे महादेव हैं,

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।