मुझे तूने मालिक, बहुत कुछ दिया है (Mujhe Tune Malik Bahut Kuch Diya Hai)

मुझे तूने मालिक,

बहुत कुछ दिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।


मुझे तूने मालिक,

बहुत कुछ दिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।


ना मिलती अगर,

दी हुई दात तेरी ।

तो क्या थी ज़माने में,

औकात मेरी ।

ये बंदा तो तेरे,

सहारे जिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

॥ मुझे तूने मालिक...॥


ये जायदाद दी है,

ये औलाद दी है ।

मुसीबत में हर वक़्त,

मदद की है ।

तेरे ही दिया मैंने,

खाया पिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

॥ मुझे तूने मालिक...॥


मेरा ही नहीं तू,

सभी का है दाता ।

सभी को सभी कुछ,

है देता दिलाता ।

जो खाली था दामन,

तूने भर दिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

॥ मुझे तूने मालिक...॥


तेरी बंदगी से,

मै बंदा हूँ मालिक ।

तेरे ही करम से,

मै जिन्दा हूँ मालिक ।

तुम्ही ने तो जीने के,

काबिल किया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

॥ मुझे तूने मालिक...॥


मेरा भूल जाना,

तेरा ना भुलाना ।

तेरी रहमतो का,

कहाँ है ठिकाना ।

तेरी इस मोहब्बत ने,

पागल किया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

॥ मुझे तूने मालिक...॥


मुझे तूने मालिक,

बहुत कुछ दिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।

तेरा शुक्रिया है,

तेरा शुक्रिया है ।


सीताराम राम राम,

सीताराम राम राम

सीताराम राम राम,

सीताराम राम राम


सीताराम राम राम,

सीताराम राम राम

सीताराम राम राम,

सीताराम राम राम

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दीपावली पूजन के लिए संकल्प मंत्रः (Dipawali Pujan ke liye Sankalp Mantra)

ऊं विष्णुर्विष्णुर्विष्णु:, ऊं तत्सदद्य श्री पुराणपुरुषोत्तमस्य विष्णोराज्ञया प्रवर्तमानस्य ब्रह्मणोऽह्नि द्वितीय पराद्र्धे श्री श्वेतवाराहकल्पे सप्तमे वैवस्वतमन्वन्तरे, अष्टाविंशतितमे कलियुगे, कलिप्रथम चरणे जम्बुद्वीपे भरतखण्डे आर्यावर्तान्तर्गत ब्रह्मवर्तैकदेशे पुण्य

सब देव चले महादेव चले(Sab Dev Chale Mahadev Chale)

सब देव चले महादेव चले,
ले ले फूलन के हार रे,

सकट चौथ पर चांद की पूजा क्यों होती है

हिंदू धर्म में सकट चौथ का व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश और सकट माता की पूजा-अर्चना की जाती है।

शुक्रवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी से जुड़ा होता है। इसे लक्ष्मी व्रत या शुक्रवार व्रत के रूप में मनाया जाता है।

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