नमो नमो शिवाय(Namo Namo Shivaay)

नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो जय, नमो शिवाय

कितने भोले मेरे शिव हैं

कितने भोले मेरे शिव हैं

करते हैं कमाल शंकर

नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय


चले थे शंकर कथा सुनाने

अमरनाथ का राज बताने

वंशरतन को त्याग के अपने

पार्वती को भेद बताने

कथा को सुनकर अमर हो गया

एक जोड़ा कबूतर का

आज भी उड़ते अमरनाथ में

रूप है गौरी-शंकर का


नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय


विस्तार कर दिया जो ले के शिवा ने

अमरनाथ की हवा पहाड़ी और गुफा में

दिव्य लोक की दिव्य दिशाएं

जपती रहतीं नमो शिवाय

मृत धरती पर आके* शिवा ने

कल्याण कर दिया हम सब का


नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय

जय शंकर महाराज !

........................................................................................................
महर्षि वाल्मीकि जयंती 2024: की कथा, तिथि

वाल्मीकि जयंती अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इसे शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।

हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी (He Hans Vahini Gyan Dayini)

हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी
अम्ब विमल मति दे

हरियाली तीज (Hariyali Teej)

हरियाली तीज, जिसे श्रावण तीज के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो भारत और नेपाल में मनाया जाता है। हरियाली तीज का अर्थ है "हरियाली की तीज" या "हरित तीज"। यह नाम इसलिए पड़ा है क्योंकि यह त्योहार मानसून के मौसम में मनाया जाता है, जब प्रकृति में हरियाली का प्रवेश होता है। यह पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर जुलाई या अगस्त में पड़ती है। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा का विधान है।

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने