ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना (O Ram Ji Tere Bhajan Ne Bada Sukh Dina)

ओ रामजी तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

ये दुनिया दीवानी,

दो दिन की कहानी,

पल दो पल का है जीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


काम ना आए कोई अपना,

काम ना आए कोई अपना,

पूरा नहीं होता कभी सपना,

ये जान निकल जाए एक दिन,

ये जान निकल जाए एक दिन,

फिर जा के आए कभी ना,

बड़ा सुख दीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे,

ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे,

छोड़ के सब तू गोरख धंधे,

जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई,

जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई,

सुमिरन जो प्रभु का किना,

बड़ा सुख दीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


ओ रामजी तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

ये दुनिया दीवानी,

दो दिन की कहानी,

पल दो पल का है जीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥

........................................................................................................
रुक्मिणी अष्टमी की कथा

पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रुक्मिणी अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। देवी रुक्मिणी मां लक्ष्मी का अवतार मानी जाती हैं और भगवान श्रीकृष्ण की आठ पटरानियों में से एक थीं।

राम को देख कर के जनक नंदिनी, और सखी संवाद (Ram Ko Dekh Ke Janak Nandini Aur Sakhi Samvad)

राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी ।

शनि त्रयोदशी के उपाय

शनि देव 9 ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह हैं। इसी कारण शनि देव 1 राशि में साढ़े सात साल तक विराजमान रहते हैं। इसी वजह से ही राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है।

हे महाबली हनुमान, प्रभु तेरी महिमा निराली है (Hey Mahabali Hanuman Prabhu Teri Mahima Nirali Hai)

हे महाबली हनुमान,
प्रभु तेरी महिमा निराली है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।