राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये(Radhe Radhe Kahiye Lagde Nahi Rupaiye )

राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये

राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये ।


रब ने सानू अंखिया दीतियाँ

अंखिया दीतियाँ अंखिया दीतियाँ


दर्शन पांदे रहिए

दर्शन पांदे रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये


रब ने सानू हाथ वी दितते

हाथ वी दितते हाथ वी दितते

ताली बजाते रहिए

ताली बजाते रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये


रब ने सानू पैर वी दितते

पैर वी दितते पैर वी दितते

नाच दे टपदे रहिए

नाच दे टपदे रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये

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कण-कण में है राम समाया, जान सके तो जान (Kan Kan Me Hai Ram Samaya Jan Sake Too Jan)

मंदिर-मंदिर जाकर प्राणी,
ढूंढ रहा भगवान,

ओ मेरे बाबा भोलेंनाथ (O Mere Baba Bholenath)

ना मांगू मैं हीरे मोती,
ना मांगू मैं सोना चांदी,

प्रदोष व्रत पर क्या करें या न करें

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह व्रत प्रत्येक महीने में दो बार, त्रयोदशी तिथि को (स्नान, दिन और रात के समय के अनुसार) किया जाता है, एक बार शुक्ल पक्ष में और दूसरी बार कृष्ण पक्ष में।

महाशिवरात्रि पर बेलपत्र चढ़ाने के नियम

महाशिवरात्रि, हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर, प्रत्येक हिंदू घर में उत्साह और श्रद्धा का वातावरण होता है। शिव भक्त इस दिन विशेष रूप से व्रत रखते हैं और चारों पहर में भगवान शिव की आराधना करते हैं।

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