नंदरानी कन्हयो जबर भयो रे(Nandrani Kanhaiya Jabar Bhayo Re)

नंदरानी कन्हयो जबर भयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥


पनघट पे आके करे जोरा जोरि,

चुपके से आये करे चिर चोरी,

मैया हल्लो मच्यो तो सटक गयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥


मुस्कान इसकी लगे प्यारी प्यारी,

दीवानी हुई इसकी सारी ब्रजनारी,

ऐ की बंसी में जियरो अटैक गयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥


घर घर में जाके ये माखन चुरावे,

खावे सो खावे जमी पे गिरावे,

मैया रोकनो हमारो खटक गयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥


में तो दुखारी गरीबी की मारी,

नही जोर चल्यो तो दीन्ही में गाली,

नंदू बईया कन्हैया झटक गयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥


नंदरानी कन्हयो जबर भयो रे,

मेरी मटकी उलट के पलट गयो रे ॥

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हरियाली तीज (Hariyali Teej)

हरियाली तीज, जिसे श्रावण तीज के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो भारत और नेपाल में मनाया जाता है। हरियाली तीज का अर्थ है "हरियाली की तीज" या "हरित तीज"। यह नाम इसलिए पड़ा है क्योंकि यह त्योहार मानसून के मौसम में मनाया जाता है, जब प्रकृति में हरियाली का प्रवेश होता है। यह पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर जुलाई या अगस्त में पड़ती है। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा का विधान है।

जबसे बरसाने में आई, मैं बड़ी मस्ती में हूँ(Jab Se Barsane Me Aayi Main Badi Masti Me Hun)

जबसे बरसाने में आई,
मैं बड़ी मस्ती में हूँ,

जो प्रेम गली में आए नहीं (Jo Prem Gali Me Aaye Nahi)

जो प्रेम गली में आए नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,

तमिल हनुमान जयंती कब है

तमिल कैलेंडर के मुताबिक, साल 2024 में हनुमान जयंती 30 दिसंबर को मनाई जाएगी। हनुमान जयंती पहले चैत्र माह की पूर्णिमा को फिर कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है।

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