मुझे चरणो से लगा ले, मेरे श्याम मुरली वाले (Mujhe Charno Se Lagale Mere Shyam Murliwale)

मुझे चरणो से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले,

मेरी सांस सांस में तेरा,

मेरी सांस सांस में तेरा,

है नाम मुरली वाले,

मुझे चरणों से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले ॥


भक्तो की तुमने कान्हा,

विपदा है टारी,

मेरी भी बांह थामो,

आके बिहारी,

बिगड़े बनाये तुमने,

हर काम मुरली वाले,

मुझे चरणों से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले ॥


पतझड़ है मेरा जीवन,

बन के बहार आजा,

सुन ले पुकार कान्हा,

बस एक बार आजा,

बैचैन मन के तुम ही,

आराम मुरली वाले,

मुझे चरणों से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले ॥


तुम हो दया के सागर,

जनमों की मैं हूँ प्यासी,

दे दो जगह मुझे भी,

चरणों में बस ज़रा सी,

सुबह तुम्ही हो तुम ही,

मेरी शाम मुरली वाले,

मुझे चरणों से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले ॥


मुझे चरणो से लगा ले,

मेरे श्याम मुरली वाले,

मेरी स्वास स्वास में तेरा,

है नाम मुरली वाले ॥

........................................................................................................
नर्मदा जयंती कब है

हिंदू धर्म में प्रकृति को विशेष महत्व दिया जाता है। इसमें, वृक्षों से लेकर पशु-पक्षियों तक को पूजनीय माना जाता है। नदियां को भारतीय संस्कृति में पवित्र और पूजनीय माना गया है।

मैया मैं तेरी पतंग (Maiya Main Teri Patang)

मैया मैं तेरी पतंग,
हवा विच उडदी जावांगी,

बताओ कहाँ मिलेगा श्याम (Batao Kahan Milega Shyam)

बताओ कहाँ मिलेगा श्याम ।
चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान ॥

घनश्याम तेरी बंसी, पागल कर जाती है (Ghanshyam Teri Bansi Pagal Kar Jaati Hai)

घनश्याम तेरी बंसी, पागल कर जाती है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने