रंगीलो मेरो बनवारी(Rangilo Mero Banwari)

मोहिनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी ॥


रत्न जड़े कुण्डल कानों में,

रत्न जड़े कुण्डल कानों में,

मोर मुकुट सिर धारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


तन केसरियो बागो साजे,

तन केसरियो बागो साजे,

नीले री असवारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


नैन रसीला जुलम करे है,

नैन रसीला जुलम करे है,

लेउँ नज़र उतारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,

खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,

जा की शोभा भारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी ॥


मोहिनी मूरत प्यारी,

रंगीलो मेरो बनवारी,

मोहनी मूरत प्यारी ॥

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बच्छ बारस व्रत कथा (Bachh Baras Vrat Katha)

बच्छ बारस एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखती हैं।

भागीरथ-नंदिनी जी की आरती (Bhagirath-Nandini Ji Ki Aarti)

जय जय भगीरथ-नंदिनी, मुनि-चय चकोर-चन्दिनी,
नर-नाग-बिबुध-वंदिनी, जय जह्नुबालिका।

रामनवमी पर रामलला की पूजा विधि

देशभर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसलिए, राम भक्त पूरे साल इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है।

तकदीर मुझे ले चल, मैय्या जी की बस्ती में

दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,
( दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,)

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