झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी (Jjhulan Chalo Hindolana Vrashbhanu Nandni)

झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।


सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

नवघोर घटा छाई,

मेघन झड़ी लगाई, पड़ी बूँद मंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

झूलो पड़यो है प्यारी,

देखो उमर किशोरी, सब दुख निकंदिनि,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

मानो विनय हमारी,

मुखचंद्र की उजियारी, मृदुभाष नंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।

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घनश्याम तुम ना आये, जीवन ये बीता जाये (Ghanshyam Tum Na Aaye Jeevan Ye Beeta Jaye)

घनश्याम तुम ना आये,
जीवन ये बीता जाये ॥

छोटी होली और बड़ी होली में अंतर

होली भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व रंगों, खुशियों और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है।

मकर संक्रांति पर विशेष उपाय

2025 में, मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। इस त्योहार को देश के सभी लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।

तेरी माया का ना पाया कोई पार, की लीला तेरी तु ही जाने(Teri Maya Ka Na Paya Koi paar ki Leela Teri Tu Hi Jaane)

तेरी माया का ना पाया कोई पार,
की लीला तेरी तु ही जाने,

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