फूलो से अंगना सजाउंगी (Phoolon Se Angana Sajaungi)

फूलो से अंगना सजाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


चन्दन चौकी बिछाऊ

माँ का आसन सजाउं

मै तो माँ को उस पे बिठाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


फूलो से अंगना सजाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


मंगल कलश सजाऊ

गंगा जल भर लाऊ

मै तो माँ के चरण धुलाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


फूलो से अंगना सजाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


केसर रोली लेकर आऊ मै

घिस घिस चन्दन तिलक बनाऊ

मै तो माँ के तिलक लागाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


फूलो से अंगना सजाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


हलवा छोले बनाऊ

मै तो भोग लगाऊ

अपने हाथो से माँ को खिलाऊगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


फूलो से अंगना सजाउंगी

जब मैया मेरे घर आएंगी।


........................................................................................................
जाना है मुझे माँ के दर पे (Jana Hai Mujhe Maa Ke Dar Pe)

जाना है मुझे माँ के दर पे,
सुनो बाग के माली,

तेरे द्वार खड़ा भगवान, भक्त भर (Tere Dwaar Khada Bhagawan Bhagat Bhar De Re Jholi)

तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली ।

तिलकुट चौथ की पूजा सामग्री

सकट चौथ व्रत मुख्यतः संतान की लंबी उम्र, उनके अच्छे स्वास्थ्य और तरक्की की कामना के लिए रखा जाता है। इस पर्व को गौरी पुत्र भगवान गणेश और माता सकट को समर्पित किया गया है। इसे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे:- तिलकुट चौथ, वक्र-तुण्डि चतुर्थी और माघी चौथ।

राम मन्दिर भजन - राम मन्दिर गीतम् (Ram Mandir Geetam)

राममन्दिरगीतम्
कोटिकण्ठगीतमिदं राष्ट्रमन्दिरं

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने