पायो जी मैंने राम रतन धन पायो (Piyo Ji Maine Ram Ratan Dhan Payo)

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।


वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु ।

कृपा कर अपनायो ॥

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।


जन्म जन्म की पूंजी पाई ।

जग में सबी खुमायो ॥

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।


खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे।

दिन दिन बढ़त सवायो॥

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।


सत की नाव खेवटिया सतगुरु।

भवसागर तरवयो॥

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।


मीरा के प्रभु गिरिधर नगर।

हर्ष हर्ष जस गायो॥

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।

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आयेगा मेरा श्याम, लीले चढ़ करके (Aayega Mera Shyam. Lile Chadh Karke)

दिल से जयकारा बोलो,
संकट में कभी ना डोलो,

ऐ मालिक तेरे बंदे हम (Aye Malik Tere Bande Hum)

ऐ मालिक तेरे बंदे हम,
ऐसे हो हमारे करम

जय महेश जय महादेवा (Jay Mahesh Jay Mahadeva)

तेरे दर पे आ तो गया हूँ,
राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

विवाह पंचमी के उपाय क्या हैं

हिंदू कैलेंडर के हिसाब से विवाह पंचमी का पर्व मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाई जाती है। इस दिन प्रभु श्रीराम और माता सीता की विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने का विधान है। वहीं इस साल विवाह पंचमी 06 दिसंबर शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी।

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