रघुपति राघव राजाराम(Raghupati Raghav Raja Ram)

रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


सुंदर विग्रह मेघश्याम

गंगा तुलसी शालग्राम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


भद्रगिरीश्वर सीताराम

भगत-जनप्रिय सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


जानकीरमणा सीताराम

जयजय राघव सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥

........................................................................................................
षटतिला एकादशी मंत्र

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का काफी महत्व है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी के कहते हैं।

चटक रंग में (Chatak Rang Me)

चटक रंग में, मटक रंग में,
धनीलाल रंग में, गोपाल रंग में ।

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना (Main Bhi Bolun Ram Tum Bhi Bolo Na)

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना, राम है अनमोल मुख को खोलो ना ॥

श्री सीता माता चालीसा (Shri Sita Mata Chalisa)

बन्दौ चरण सरोज निज जनक लली सुख धाम,
राम प्रिय किरपा करें सुमिरौं आठों धाम ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।