रघुपति राघव राजाराम(Raghupati Raghav Raja Ram)

रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


सुंदर विग्रह मेघश्याम

गंगा तुलसी शालग्राम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


भद्रगिरीश्वर सीताराम

भगत-जनप्रिय सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


जानकीरमणा सीताराम

जयजय राघव सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥

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करुणामयी किरपामयी, मेरी दयामयी राधे (Karunamayi Kripamayi Meri Dayamayi Radhe)

करुणामयी किरपामयी,
मेरी दयामयी राधे ॥

कावड़ियां ले चल गंग की धार (Kawadiya Le Chal Gang Ki Dhar)

कावड़िया ले चल गंग की धार ॥

मैं उस दरबार का सेवक हूँ जिस दर की अमर कहानी है (Main Us Darbaar Ka Sevak Hu)

मैं उस दरबार का सेवक हूँ,
जिस दर की अमर कहानी है,

पापमोचनी एकादशी कब है?

पापमोचनी एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह एकादशी फाल्गुन और चैत्र मास के संधिकाल में आती है और इसे साल की अंतिम एकादशी भी माना जाता है।

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