राम नाम ना गाया तूने, बस माया ही जोड़ी (Ram Naam Na Gaya Tune Bas Maya Hi Jodi)

राम नाम ना गाया तूने,

बस माया ही जोड़ी,

राम नाम के सिवा साथ ना,

जाएं फूटी कौड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥


राम नाम धन जो तू यहां कमाएगा,

कभी ना भूलो काम वहां वो आएगा,

अगर राम से प्यार नहीं है,

कुछ तेरा उस पार नहीं है,

जन्म ही लेती फिरेगी फिर ये,

तेरी रूह निगोड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥


लोग तुझे बस मरघट तक ले जायेंगे,

चाहने वाले दो आंसू ढलकाएंगे,

कोई ना तेरे संग चलेगा,

चिता में हर एक अंग जलेगा,

जिस दिन क्रूर काल की,

सिर पे आकर गिरे हथौड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥


मानवता भी रहे तुम्हारे सिने में,

सबमे देखो राम मजा फिर जीने में,

राम नाम रस जी भर पि ले,

मत होने दे बंधन ढीले,

ऐसी बांधो गाँठ प्रीत की,

जाए ना कभी तोड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥


क्यों सुख ढूंढ रहे हो आप जमाने में,

गंगाजल नहीं मिलता है मैखाने में,

सच्चा सुख श्री राम शरण में,

उसके ही गुण यश वर्णन में,

भक्ति की बूंद निचोड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥


राम नाम ना गाया तूने,

बस माया ही जोड़ी,

राम नाम के सिवा साथ ना,

जाएं फूटी कौड़ी,

जय श्री राम, जय श्री राम,

जय श्री राम, जय श्री राम ॥

........................................................................................................
भगवान शिव के 11 रुद्र अवतार

देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव के कई रूप और अवतार हैं। उनके संहारक स्वरूप को रुद्र कहा जाता है जिसका अर्थ है दुखों को हरने वाला। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के 11 रुद्र अवतारों की पूजा का विशेष महत्व है।

वसंत पूर्णिमा की पौराणिक कथा

वसंत पूर्णिमा की विशेष पूजा से लेकर अन्य धार्मिक गतिविधियों तक, इस पूर्णिमा को वर्षभर में विशेष महत्व दिया जाता है।

मत्स्य द्वादशी कब है

भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक मत्स्य अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाने वाला मत्स्य द्वादशी पर्व इस साल दिसंबर में मनाया जाएगा। यह पर्व मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है ।

राम भी मिलेंगे तुझे, श्याम भी मिलेंगे (Ram Bhi Milenge Tujhe Shyam Bhi Milenge)

राम भी मिलेंगे तुझे,
श्याम भी मिलेंगे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।