राम नाम तू रटले बन्दे, जीवन है ये थोडा(Ram Naam Tu Ratle Bande Jeevan Hai Ye Thoda)

राम नाम तू रटले बन्दे,

जीवन है ये थोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


ना मेरा ना तेरा बाबू,

इस घोडे पर प्रभु का काबू,

ना मेरा ना तेरा बाबू,

इस घोडे पर प्रभु का काबू,

परम पिता ही इसे चलाता,

परम पिता ही इसे चलाता,

दिखा दिखाकर कोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


पल पल बीत रही जिन्दगानी,

कल की चिंता करले प्राणी,

पल पल बीत रही जिन्दगानी,

कल की चिंता करले प्राणी,

न जाने कब टूट पडे,

न जाने कब टूट पडे,

माथे पर काल हथोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


दसो दिसाओ के दरवाजे,

कहते रोज बजाकर बाजे,

दसो दिसाओ के दरवाजे,

कहते रोज बजाकर बाजे,

बता ए दुनिया वाले तूने,

बता ए दुनिया वाले तूने,

कितना पुण्य है जोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


चल भई करले प्रभु की भक्ति,

भक्ति मे है अद्धभुत शक्ति,

चल भई करले प्रभु की भक्ति,

भक्ति मे है अद्धभुत शक्ति,

इस भक्ति ने है करोडो,

इस भक्ति ने है करोडो,

लोगो का पथ मोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


राम नाम तू रटले बन्दे,

जीवन है ये थोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा,

दौडा जाये रे समय का घोडा ॥


........................................................................................................
म्हारा खाटू वाला श्याम(Mhara Khatu Wala Shyam, Mhara Neele Shyam)

म्हारा खाटू वाला श्याम,
ओ म्हारा लीले वाला श्याम,

सोम प्रदोष व्रत पर कैसे करें शिव की पूजा

माघ का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, और इस महीने में आने वाला प्रदोष व्रत और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रदोष व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।

लल्ला की सुन के मै आयी यशोदा मैया देदो(Lalla Ki Sun Ke Mai Aayi Yashoda Maiya Dedo Badhai)

लल्ला की सुन के मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,

गाइये गणपति जगवंदन (Gaiye Ganpati Jagvandan)

गाइये गणपति जगवंदन ।
शंकर सुवन भवानी के नंदन ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।