रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा, तेरी महिमा भारी है(Riddhi Siddhi Wale Ganpati Baba Teri Mahima Bhari Hai)

रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,

तेरी महिमा भारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


पूजा में मनुहार कर,

मोदक खिलाऊँ,

घिरत सिंदूर तेरे,

बदन लगाऊं,

प्रेम से उतारूं तेरी,

आरती जो प्यारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


देवों में हो देव,

सारे जग से निराले हो,

गाए जिसकी वंदना,

वो लाभ शुभ वाले हो,

अपना लो या ठुकरा दो,

ये मर्जी तुम्हारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


ये मत सोचो गणपति बाबा,

ऐसे चला जाऊँगा,

तेरे दर पे आ गया हूँ,

लेकर ही कुछ जाऊँगा,

दर्शन दो मेरी जिंदगी की,

अंतिम सांस तुम्हारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


मैं दुखियारा जनम जनम का,

जीवन में अँधियृारा है,

जीवन नैया तेरे आसरे,

मेरा कौन सहारा है,

तार दो या डुबो दो,

ये अर्जी हमारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


नियमपूर्वक गणपति बाबा,

के आए अरदास करे,

कृपा तुम्हारी सदा रहेगी,

ऐसा वो विश्वास करे,

इस जीवन की डोर स्वामी,

हाथ में तुम्हारे है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥


रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,

तेरी महिमा भारी है,

जो तेरे दरबार में आए,

उसकी विपदा टारि है ॥

........................................................................................................
अन्वाधान पौराणिक कथा

हिंदू धर्म में त्योहारों का विशेष महत्व है। हर त्योहार अपनी पौराणिक कथाओं और परंपराओं के कारण अद्वितीय स्थान रखता है। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है 'अन्वाधान’, जिसे वैष्णव सम्प्रदाय विशेष रूप से मनाता है।

शुक्रवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी से जुड़ा होता है। इसे लक्ष्मी व्रत या शुक्रवार व्रत के रूप में मनाया जाता है।

राजा राम जी की आरती उतारू रे सखी (Sita Ram Ji Ke Aarti Utaru Ae Sakhi)

सीता राम जी के आरती उतारूँ ए सखी
केकरा के राम बबुआ केकरा के लछुमन

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने