सब कुछ मिला रे भोले, रहमत से तेरी(Sab Kuch Mila Re Bhole Rahmat Se Teri)

सब कुछ मिला रे भोले,

रहमत से तेरी

तूने ही है सुनी इल्तिज़ा मेरी ।

बन के फ़कीर मैं चला राह में तेरी

तू न मिलया मुझको आस है तेरी ।

ओ सबकुछ मिला रे भोले रहमत से तेरी

तूने ही है सुनी इल्तिजा मेरी ॥


तन एक मंदिर है ,रूह एक ज़रिया,

तू ना मिलेगा चाहे खोज लो दरिया,

रहता है कहाँ पे तू किस देश भेष में

मिल जा मुझे बस सुन ले

इतनी सी फरियाद,

ना कोई अपना है, सब है पराया

तुझ से ही है मोहब्बत बेइंतिहा मेरी ।

सब कुछ मिला रे भोले,

रहमत से तेरी

तूने ही है सुनी इल्तिज़ा मेरी ।


बन के फ़कीर मैं चला राह में तेरी

तू न मिलया मुझको आस है तेरी ।


कठिन सफर में, बन के,

फ़िरा बंजारा, राह में काँटे हैं,

फिर भी क्या खूब है नज़ारा,

जानता है तू भोले हर चित्त की चोरी

तूने है थामी मेरे जीवन की ये डोरी

मेरी ये सांस तू है मेरा विश्वाश तू है

किस्मत की है ना जरूरत,

लक़ीरों को मेरी,

सब कुछ मिला रे भोले,

रहमत से तेरी

तूने ही है सुनी इल्तिज़ा मेरी ।

बन के फ़कीर मैं चला राह में तेरी

तू न मिलया मुझको आस है तेरी ।

सब कुछ मिला रे भोले,

रहमत से तेरी

तूने ही है सुनी इल्तिज़ा मेरी।

बन के फ़कीर मैं चला राह में तेरी

तू न मिलया मुझको आस है तेरी ॥

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शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,
ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

शुक्रवार को किन मंत्रों का जाप करें?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्रवार का दिन सुख, समृद्धि और वैभव के प्रतीक शुक्र देव की उपासना के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना करने से धन और सुख-संपत्ति में वृद्धि होती है।

भगवान शिव की पूजा विधि

चाहे सावन का कोई विशेष सोमवार हो या शिवरात्रि या फिर कोई अन्‍य व्रत या त्योहार शिव की विधि पूर्वक की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।

महल को देख डरे सुदामा (Mahal Ko Dekh Dare Sudama)

महल को देख डरे सुदामा
का रे भई मोरी राम मड़ईया

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