सत्संगति से प्यार करना सीखोजी(Sat Sangati Se Pyar Karana Sikho Ji)

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी


सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी


तन धन दाम संग ना जावयए

सुत दारा कोई काम ना आवये - x2


ममता का संघार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


यह जाग मोहनी नीद का सपना

नही कोई गैर नही कोई अपना

सत्य असत्य विचार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


हरि का भजन नित्य प्रति कीजे

अंतःकरण शुद्ध कर लीजे

आत्म साक्ष करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


भिक्षु कहे सुनो मन मेरो

नर तन भव भरिढ़ कहु बेरो

भव से बेड़ा पार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

॥ सत्संगति से प्यार करना...॥


सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

सत्संगति से प्यार करना सीखोजी

जीवन का उद्धार करना सीखोजी

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हरि हरि हरि सुमिरन करो (Hari Hari Hari Sumiran Karo)

हरि हरि, हरि हरि, सुमिरन करो,
हरि चरणारविन्द उर धरो

राम तुम बड़े दयालु हो (Ram Tum Bade Dayalu Ho)

राम तुम बड़े दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,

करो कृपा कुछ ऐसी, तेरे दर आता रहूँ (Karo Kripa Kuchh Aisi, Tere Dar Aata Rahun)

करो कृपा कुछ ऐसी,
तेरे दर आता रहूँ,

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है भजन (Chalo Bulawa Aaya Hai Mata Ne Bulaya Hai Bhajan)

नवदुर्गा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि, नवरात्रे, नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, जगराता, शुक्रवार दुर्गा तथा अष्टमी के शुभ अवसर पर गाये जाने वाला प्रसिद्ध व लोकप्रिय भजन।

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