सावन की बरसे बदरिया(Sawan Ki Barse Badariya Maa Ki Bhingi Chunariya)

सावन की बरसे बदरिया

सावन की बरसे बदरिया,

माँ की भीगी चुनरीया,

भीगी चुनरिया माँ की ॥


लाल चुनड माँ की चम चम चमकै,

माथे कि बिंदिया भी दम दम दमकै,

हाथो मे झलके कंगणिया,

माँ की भिगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


छाई हरियाली, झूमे अम्बुआ की डाली,

होके मतवाली, कुके कोकलिया काली,

बादल मे कडके बिजुरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


ऊँचा भवन तेरा ऊँचा है डेरा,

कैसे चढूं, पाँव फ़िसले है मेरा,

तेढी मेढी है डगरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


काली घता पानी भर भर के लाई,

झूला झुले जगदम्बे भवानी,

हम सब पे माँ की नजरिया,

माँ की भीगी चुनरिया ॥

॥ सावन की बरसे बदरिया...॥


सावन की बरसे बदरिया

सावन की बरसे बदरिया,

माँ की भीगी चुनरीया,

भीगी चुनरिया माँ की॥

........................................................................................................
होलिका दहन शुभ समय और भद्रा का साया

होली फेस्टिवल होलिका दहन के एक दिन बाद मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इसका विशेष अर्थ है। बता दें कि होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और कई लोग होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जानते है।

बसंत पंचमी के दिन क्या करें, क्या नहीं

बसंत पंचमी का पर्व जो कि माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। यह त्योहार ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए विशेष है जो कि वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक भी है।

चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो (Chalo Shiv Shankar Ke Mandir Me Bhakto)

लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से,
उसे भोले शंकर ने अपना बनाया ।

कृपालु बड़े हैं श्री श्याम सुन्दर (Kripalu Bade Hai Shri Shyam Sundar)

कृपालु बड़े हैं श्री श्याम सुन्दर,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने