श्याम नज़रें देख लो, अब खोल के: भजन (Shyam Nazare Dekh Lo Ab Khol Ke)

दिल दिया छोटा सा,
तुमने साँवरे,
उससे ज्यादा सह चुका हूँ,
घाव रे,
हर कोई चल देता,
इसको तोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥

दर्द बहता अखियों के,
जरिये मेरा,
ये खजाना कीमती,
सबसे मेरा,
मोल इसका लग सके,
ना तोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥

पिघलो भगवन तुम,
दया दृष्टि करो,
अब ‘कमल’ के श्याम,
तुम दुखड़े हरो,
बैठो ना मुंह को प्रभुजी,
मोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥

श्याम नज़रें देख लो,
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के ॥

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तेरे दरशन को गणराजा, तेरे दरबार आए है (Tere Darshan Ko Ganraja Tere Darbar Aaye Hai)

तेरे दर्शन को गणराजा ॥
दोहा – नसीब वालों को हे गणराजा,

राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे(Ram Ke Dulare, Mata Janki Ke Pyare)

जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम

जो भी भला बुरा है, श्री राम जानते है (Jo Bhi Bhala Bura Hai Shri Ram Jante Hain)

जो भी भला बुरा है,
श्री राम जानते है,

होली की पौराणिक कथाएँ

होली भारत का एक प्रमुख और रंगों से भरा त्योहार है। लेकिन ये केवल रंगों और उल्लास तक ही सीमित नहीं, होली का एक गहरा धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है।

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