तेरे दर जबसे ओ भोले, आना जाना हो गया(Tere Dar Jab Se O Bhole Aana Jana Ho Gaya)

तेरे दर जबसे ओ भोले,

आना जाना हो गया,

आना जाना हो गया मेरा,

आना जाना हो गया,

मिल गई खुशियां सभी मेरा,

तू खजाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥


बनके भवरा मैं था भटका,

फूल खिला ना मन कभी,

थामी जब उंगली ओ भोले,

जग बेगाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥


कोई चला ना साथ मेरे,

कहते थे पागल सभी,

तूने रख दिया हाथ सर पे,

मैं सयाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥


आँखों में आंसू भरे है,

लब पे फरियाद यही,

तेरे चरणों का ये भोले,

दिल दीवाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥


तेरे बिन कोई ना अपना,

ना अर्चू पहचान है,

तेरी चौखट ही ओ भोले,

अब ठिकाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥


तेरे दर जबसे ओ भोले,

आना जाना हो गया,

आना जाना हो गया मेरा,

आना जाना हो गया,

मिल गई खुशियां सभी मेरा,

तू खजाना हो गया,

तेरे दर जब से ओ भोलें,

आना जाना हो गया ॥

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शिव सन्यासी से मरघट वासी से (Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se)

शिव सन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह,

तेरी बिगडी बना देगी, चरण रज राधा प्यारी की(Teri Bigdi Bana Degi Charan Raj Radha Pyari Ki)

तेरी बिगड़ी बना देगी,
चरण रज राधा प्यारी की ॥

मेरे नैनों की प्यास बुझा दे

मेरे नैनों की प्यास बुझा दे
माँ, तू मुझे दर्शन दे (माँ, तू मुझे दर्शन दे)

साल 2025 का पहला विनायक चतुर्थी व्रत

सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है।

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