ऐसा प्यार बहा दे मैया (Aisa Pyar Baha De Maiya)

या देवी सर्वभूतेषु,

दया-रूपेण संस्थिता ।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै,

नमस्तस्यै नमो नमः ॥

दुर्गा दुर्गति दूर कर,

मंगल कर सब काज ।

मन मंदिर उज्वल करो,

कृपा करके आज ॥


ऐसा प्यार बहा दे मैया,

चरणों से लग जाऊ मैं ।

सब अंधकार मिटा दे मैया,

दरस तेरा कर पाऊं मैं ॥


जग मैं आकर जग को मैया,

अब तक न मैं पहचान सका ।

क्यों आया हूँ कहाँ है जाना,

यह भी ना मै जान सका ।

तू है अगम अगोचर मैया,

कहो कैसे लख पाऊं मैं ॥

ऐसा प्यार बहा दे मैया..॥


कर कृपा जगदम्बे भवानी,

मैं बालक नादान हूँ ।

नहीं आराधन जप तप जानूं,

मैं अवगुण की खान हूँ ।

दे ऐसा वरदान हे मैया,

सुमिरन तेरा गाऊ मैं ॥

ऐसा प्यार बहा दे मैया..॥


मै बालक तू माया मेरी,

निष् दिन तेरी ओट है ।

तेरी कृपा से ही मिटेगी,

भीतर जो भी खोट है ।

शरण लगा लो मुझ को मईया,

तुझपे बलि बलि जाऊ मैं ॥


ऐसा प्यार बहा दे मैया,

चरणों से लग जाऊ मैं ।

सब अंधकार मिटा दे मैया,

दरस तेरा कर पाऊं मैं ॥

........................................................................................................
हर सांस मे हो सुमिरन तेरा (Har Saans Me Ho Sumiran Tera)

हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,
यु बित जाये जीवन मेरा,

गुप्त नवरात्रि 12 राशियों पर प्रभाव

साल में आने वाली चारों नवरात्रि का सनातन धर्म के लोगों के लिए खास महत्व है। 30 जनवरी से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। जिसका समापन अगले महीने 7 फरवरी 2025 को होगा।

होलाष्टक में करें इन देवी-देवताओं की पूजा

होलाष्टक का समय फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा (होलिका दहन) तक रहता है। यह अवधि अशुभ मानी जाती है, इसलिए विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते।

श्री शीतलनाथ चालीसा (Shri Sheetalnath Chalisa)

शीतल हैं शीतल वचन, चन्दन से अधिकाय ।
कल्प वृक्ष सम प्रभु चरण, हैं सबको सुखकाय ।।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।