हर सांस मे हो सुमिरन तेरा (Har Saans Me Ho Sumiran Tera)

हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा,

तेरि पुजा करते बिते सांझ सवेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


नैनो कि खिड़की से तुमको,

पल पल में निहारु,

मन मे बिठा लु तेरि आरती उतारु,

डाले रहु तेरे चरणों मे डेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


जो भी तेरा प्यारा हो वो,

मेरे दिल का प्यारा हो,

मेरे सर का ताज मेरी आखो का तारा हो,

सब मे निहारु रूप सुनहरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


प्यार हो सत्कर हो एतबार हो तुम्हारा,

सुख भी हो सारे ओर याद हो इशारा,

हो आत्मा पे तेरा हि डेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा,

तेरि पुजा करते बिते सांझ सवेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


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मेरो कान्हा गुलाब को फूल (Mero Kanha Gulab Ko Phool)

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

अपने प्रेमी को मेरे बाबा, इतना भी मजबूर ना कर (Apne Premi Ko Mere Baba Itna Bhi Majboor Na Kar)

अपने प्रेमी को मेरे बाबा,
इतना भी मजबूर ना कर,

कुंभ संक्रांति शुभ योग

आत्मा के कारक सूर्य देव हर महीने अपना राशि परिवर्तन करते हैं। सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान किया जाता है।

जो प्रेम गली में आए नहीं (Jo Prem Gali Me Aaye Nahi)

जो प्रेम गली में आए नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,

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