बालाजी मने राम मिलन की आस (Balaji Mane Ram Milan Ki Aas)

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कब मिलवाओगे ।

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


राम रटा था जब शबरी ने,

छोड़कर आए रामनगरी ने ।

आए वह रघुनंदन के दास,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


सुग्रीव राजा ने जमाना,

तेरे कारण हुया याराना ।

ओ.. बाली की काटी साँस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


रावण का वो भाई विभीषण,

रहा करें वह दिशा दक्षिण ।

अरे.. वो रहा राम के पास,

बतादो कद मिलवाओगे ।


बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।

बालाजी मने राम मिलन की आस,

बतादो कद मिलवाओगे ।


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मंत्र जाप का सही समय

हिंदू धर्म में मंत्र जाप को आध्यात्मिक उन्नति का सशक्त माध्यम माना जाता है। मंत्र जाप से ना सिर्फ मानसिक शांति प्राप्त होती है। बल्कि, यह साधक को सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक शक्ति से भी परिपूर्ण कर देता है।

ऋण-मोचक मंगल-स्तोत्रं (Rin Mochak Mangal Stotram)

मंगलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रद:। स्थिरासनो महाकाय: सर्व-कर्मावरोधकः॥1॥

भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा विधि

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।

शनि त्रयोदशी के उपाय

शनि देव 9 ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह हैं। इसी कारण शनि देव 1 राशि में साढ़े सात साल तक विराजमान रहते हैं। इसी वजह से ही राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है।

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