बनाएगा मेरी बिगड़ी, मेरा भोला शंकर: भजन (Banayega Meri Bigadi Bhola Shankar)

तेरी दया तेरा साया,

सदा रहता मुझ पर,

बनाएगा मेरी बिगड़ी,

मेरा भोला शंकर,

मेरा भोला शंकर ॥


है जबसे पाया मैंने,

मेरे भोले बाबा को,

ना चाहा कुछ भी,

सभी सौप दिया बाबा को,

मेरा भोला है शम्भु,

दीन है दयालु है,

है दीनानाथ शम्भु,

बहुत ही कृपालु है,

वो तो भर देता है,

सबकी ही झोली पल भर में,

ना जाने देता कभी,

ख़ाली हाथ दर पर से,

है मिल गया मुझे,

सब कुछ तेरे दर पे आकर,

बनायेगा मेरी बिगड़ी,

मेरा भोला शंकर,

मेरा भोला शंकर ॥


शरण में आपकी,

बाबा ये मेरा जीवन है,

है कृपा आपकी,

जिससे ये मेरा जीवन है,

करु सदा तेरी भक्ति,

यही अरदास मेरी,

नहीं किसी और से,

बस तुझसे ही है आस मेरी,

है भोलेनाथ शम्भु,

दीन पर नज़र कर दो,

है कठिन राह प्रभु,

मुझपे भी मेहर कर दो,

सफल हुआ है ये जीवन,

तेरी शरण आकर,

बनायेगा मेरी बिगड़ी,

मेरा भोला शंकर,

मेरा भोला शंकर ॥


तेरी दया तेरा साया,

सदा रहता मुझ पर,

बनाएगा मेरी बिगड़ी,

मेरा भोला शंकर,

मेरा भोला शंकर ॥

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नित नयो लागे साँवरो (Nit Nayo Lage Sanvaro)

नित नयो लागे साँवरो,
इकि लेवा नज़र उतार,

कालाष्टमी पूजा विधि

सनातन हिन्दू धर्म में कालाष्टमी का काफी महत्व होता है। कालाष्टमी भगवान काल भैरव को समर्पित होता है। इस दिन काल भैरव के पूजन से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। ये पर्व हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

पौष मास की महिमा एवं महत्व

हिंदू पंचांग में दसवें माह को पौष कहते हैं। इस बार पौष मास की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है जो 13 जनवरी तक रहेगी। इस मास में हेमंत ऋतु का प्रभाव रहता है।

अम्बे रानी तेरो झूलना रे (Ambe Rani Tero Jhulna Re)

झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।
झूला झुलाये रहे वाह रे लंगूरवा।

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