संकट हरलो मंगल करदो, प्यारे शिव गौरा के लाल(Sankat Harlo Mangal Kardo Pyare Shiv Gaura Ke Lal)

संकट हरलो मंगल करदो,

प्यारे शिव गौरा के लाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥


हे गणनायक देव गजानन,

मूषक चढ़कर आओ,

हाथ जोड़कर द्वार खड़े है,

अब ना देर लगाओ,

गजानन जल्दी से तुम आओ,

आकर के अपने भक्तों का,

तुम जान लो दिल का हाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥


तुमको ना बतलाए तो हम,

अपनी किसे बताएं,

तुम ही बता दो सिद्धिविनायक,

किसके द्वार पे जाए,

बताओ किसको अपनी सुनाएं,

दुःख के बादल ने घेरा हमें,

संकट का फैला जाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥


संकटहर्ता संकट काटो,

चारो तरफ तेरा राज,

कर दो अब खुशियों की वर्षा,

हे गणपति महाराज,

हमारे पूरण कर दो काज,

सबके पूरण तुम काम करो,

जग में है तेरी मिसाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥


टूट रही है आस की डोरी,

डोल रहा विश्वास,

अब तो हमें तुम अपनी दया का,

दे दो प्रभु प्रसाद,

कहीं अब टूट ना जाए आस,

जैसे भी हो अब तो तुमको,

देवा करना है कमाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥


संकट हरलो मंगल करदो,

प्यारे शिव गौरा के लाल,

अब विनती सुनलो गणपति देवा ॥

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मंत्र क्या होते हैं

शास्त्रकार कहते हैं “मननात् त्रायते इति मंत्रः” अर्थात मनन करने पर जो त्राण दे या रक्षा करे वही मंत्र होता है। धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति हेतु प्रेरणा देने वाली शक्ति को मंत्र कहते हैं।

नन्द बाबा के अंगना देखो बज रही आज बधाई(Nand Baba Ke Angana Dekho Baj Rahi Aaj Badhai)

नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,

श्री शीतला माता चालीसा (Shri Shitala Mata Chalisa)

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समुद्र मंथन से जुड़ा है सूर्यग्रहण का रहस्य

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