शिव भोला भंडारी (Shiv Bhola Bhandari)

शिव भोला भंडारी,

सुख का त्योहार,

मिले डमरू के ताल,

सुख का त्योहार,

मिले डमरूके ताल,

करे दुख पिडा पार जटाधारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी ॥


ॐकारेश्वर… बम बम भोले,

निलकंठेश्वर… बम बम भोले,

केदारेश्वर… बम बम भोले,

जय शिवशंकर… बम बम भोले,

जय शिव शंभो… बम बम भोले,

जय त्रिपुरारी… बम बम भोले,

शंखनाद त्रिनिनाद बाजे,

भस्मलेप शृंगार भी साजे,

जटा मुकुट पर गंगा विराजे,

बबम बम बबम भोले,

क्रोध कोप सूरहि भयभीत,

व्याघ्रवस्त्र रुद्राक्ष सहित,

दान तेरा वरदान निहीत,

बबम बम बबम भोले,

शिव भोला भण्डारी,

शिव भोला भंडारी ॥


कण कण में है तेरा बसेरा,

नैन न जिसको तू उजीयारा,

सुख कि आहट आस भी तू है,

बुझने न पाये वो प्यास भी तू है,

तुहि मेरा राम भोले तुहि घनश्याम,

तुहि मेरा राम भोले तुहि घनश्याम,

दिन रात जाप में मैने है गुजारी,

शिव भोला भण्डारी,

शिव भोला भंडारी ॥

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महाकाल सो नाम नहीं,
और उज्जैन सो कोई धाम,

श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए - भजन (Shyama Tere Charno Ki, Gar Dhool Jo Mil Jaye)

श्यामा तेरे चरणों की,
राधे तेरे चरणों की,

बुधवार व्रत कथा और महत्व

सनातन हिंदू धर्म के अनुसार सभी सातों दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित होते हैं। इसलिए, हर दिन के अनुसार पूजा-आराधना की जाती है।

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