शिव भोले भंडारी, बम भोले औघड़दानी: भजन (Shiv Bhole Bhandari Bam Bhole Aughardani)

शिव भोले भंडारी,

बम भोले औघड़दानी,

भंडारी भोले भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


तीनो लोक में नाम तेरो है,

नाम तेरो है भोला नाम तेरो है,

दर पे आते है नर नारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


हे भूतेशर हे ममलेश्वर,

हे भूतेशर हे ममलेश्वर,

डमरू बजाए त्रिपुरारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,

ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,

पूजे दुनिया सारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


शिव भोले भंडारी,

बम भोले औघड़दानी,

भंडारी भोले भंडारी,

शिव भोला भंडारी,

बम भोले औघड़दानी ॥


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कान्हा तेरी कबसे बाट निहारूं - भजन (Kanha Teri Kabse Baat Niharun)

कान्हा तेरी कबसे,
बाट निहारूं,

तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो (Prayer Tumhi Ho Mata Pita Tumhi Ho )

तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
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कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि

दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

राम लक्ष्मण के संग जानकी, जय बोलो हनुमान की (Ram Lakshman Ke Sang Janki)

राम लक्ष्मण के संग जानकी,
जय बोलो हनुमान की,

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