आयी बरसाने वाली है आयी (Aayi Barsane Wali Hai Aayi)

आयी बरसाने वाली है आयी,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥


देखो टोली है सखियों के संग में,

छाई मस्ती है हर अंग अंग में,

राधा कान्हा को देख मुस्काई,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥


कैसा प्यारा लगे ये नज़ारा,

श्याम राधे को करते इशारा,

देखो राधे रानी शरमाई,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥


राधे नाच नाच श्याम को रिझाए,

कान्हा मुरली जो होंठो से लगाए,

राधा रानी की सुध बिसराई,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥


श्याम अलबेला रास रचाए,

सारे गोकुल को संग में नचाए,

कहे ‘पवन’ क्या माया रचाई,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥


आयी बरसाने वाली है आयी,

रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥

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होली भाई दूज की पूजा विधि

होली के ठीक बाद आने वाला भाई दूज भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का प्रतीक होता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सफलता की मनोकामना करती हैं।

सफला एकादशी का राशिफल

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माँ दिल के इतने करीब है तू(Maa Dil Ke Itne Kareeb Hai Tu)

माँ दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए,

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना (Ayodhya Nath Se Jakar Pawansut Hal Kah Dena)

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना,
तुम्हारी लाड़ली सीता हुई बेहाल कह देना ।

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