भारत के लिए भगवन का एक वरदान है गंगा (Bharat Ke Liye Bhagwan Ka Ek Vardan Hai Maa Ganga)

भारत के लिए भगवन का

एक वरदान है गंगा

सच पूछो तो इस देश की

पहचान है गंगा


हर हर गंगे, हर हर गंगे !

हर हर गंगे, हर हर गंगे !


गिरिराज हिमालय की बेटी

ये महान है गंगा

भारत माता के मस्तक का

अभिमान है गंगा


इस धरती के बेटो पर

एक अहसान है गंगा

लाखो करोडो होठो की

मुस्कान है गंगा


गंगा ही हिंदुस्तान

हिंदुस्तान है गंगा

सच पूछो तो इस देश की

पहचान है गंगा


हर हर गंगे, हर हर गंगे !

हर हर गंगे, हर हर गंगे !


है कोटि कोटि देवो के मदिर

इसके किनारे

मंगल ध्वनिया होती है

जहा पर सांझ सतरे


जुग जुग से इस माता ने

हमारे भाग्य सवेरे

ये जहा गयी बन गए

वह पर तीरथ प्यारे


इस अपनी प्यारी जन्म भूमि

की जान है गंगा

सच पूछो तो इस देश की

पहचान है गंगा


हर हर गंगे, हर हर गंगे !

हर हर गंगे, हर हर गंगे !


भारत के लिए भगवन का

एक वरदान है गंगा

सच पूछो तो इस देश की

पहचान है गंगा


हर हर गंगे, हर हर गंगे !

हर हर गंगे, हर हर गंगे !

........................................................................................................
रंग पंचमी पर किसकी पूजा करें

रंग पंचमी भारत के विभिन्न हिस्सों में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। यह पर्व होली के ठीक पाँच दिन बाद आता है और इस दिन विशेष रूप से देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की जाती है।

मन चल रे वृन्दावन धाम(Man Chal Re Vrindavan Dham)

मन चल रे वृन्दावन धाम,
राधे राधे गाएंगे,

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं (Gopal Gokul Valbhe Priya Gop Gosut Valbham)

गोपाल गोकुल वल्लभे,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभं ।

बिल्व निमंत्रण 2024: दुर्गा पूजा के पहले देवी मां को आमंत्रित करने के लिए किया जाता है ये अनुष्ठान

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। नौ दिन के इस महापर्व में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने