भारत माता तेरा आँचल (Bharat Mata Tera Aanchal)

भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


हरी हो गयी बंजर धरती,

नाचे झरनो में बिजली ।

सोना-चांदी उगल रही है,

तेरी नदियों का पानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।


मस्त हवा जब लहराती है,

दूर-दूर तक पहुंचाती है ।

तेरे ऊँचे-ऊँचे पर्वत,

निडर बहादुर सेनानी ।


भारत माता तेरा आँचल,

हरा-भरा धानी-धानी ।

मीठा-मीठा चम्-चम करता,

तेरी नदियों का पानी ।

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रात भादो की थी, छाई काली घटा(Raat Bhado Ki Thi Chhai Kali Ghata)

रात भादो की थी,
छाई काली घटा,

तोरी बगिया में आम की डाल, कोयल बोले कुहू कुहू: भजन (Tori Bagiya Mein Aam Ki Daal Koyal Bole Kuhu Kuhu)

तोरी बगिया में आम की डाल,
कोयल बोले कुहू कुहू ॥

धन्वंतरि स्तोत्र (Dhanvantari Stotram)

ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः।
सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥

आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला: भजन (Aaj Ayodhya Ki Galiyon Mein Ghume Jogi Matwala)

आज अयोध्या की गलियों में,
घुमे जोगी मतवाला,

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