भरोसा कर तू ईश्वर पर (Bharosa Kar Tu Ishwar Par)

भरोसा कर तू ईश्वर पर,

तुझे धोखा नहीं होगा ।

यह जीवन बीत जायेगा,

तुझे रोना नहीं होगा ॥


कभी सुख है कभी दुख है,

यह जीवन धूप-छाया है ।

हँसी में ही बिता डालो,

बिताना ही यह माया है ॥


जो सुख आवे तो हंस लेना,

जो दुःख आवे तो सह लेना ।

न कहना कुछ कभी जग से,

प्रभु से ही तू कह लेना ॥


यह कुछ भी तो नहीं जग में,

तेरे बस कर्म की माया ।

तू खुद ही धूप में बैठा,

लखे निज रूप की छाया ॥


कहां पे था, कहां तू था,

कभी तो सोच ए बन्दे !

झुकाकर शीश को कह दे,

प्रभु वन्दे ! प्रभु वन्दे ॥

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माता चंडी की पूजा विधि

मां चंडी जो विशेष रूप से शक्ति, दुर्गा और पार्वती के रूप में पूजी जाती हैं। उनका रूप रौद्र और उग्र होता है, और वे शत्रुओं का नाश करने वाली, बुराई का विनाश करने वाली और संसार को शांति देने वाली देवी के रूप में पूजा जाती हैं।

जय महेश जय महादेवा (Jay Mahesh Jay Mahadeva)

तेरे दर पे आ तो गया हूँ,
राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

राम नाम का जादू, दुनिया पे छा रहा है(Ram Naam Ka Jaadu Duniya Pe Cha Raha Hai)

राम नाम का जादू,
श्रीराम नाम का जादू,

धनतेरस व्रत कथा: माता लक्ष्मी और किसान की कहानी (Mata Laxmi aur kisan ki kahani: Dhanteras ki vrat Katha)

एक बार भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता पृथ्वी लोक पर घूम रहे थे। विष्णु जी किसी काम से दक्षिण दिशा की ओर चले गए और लक्ष्मी माता को वहीं पर रूकने के लिए कहा।

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