चुटकी बजाये हनुमान, प्रभु का करे ध्यान (Chutki Bajaye Hanuman, Prabhu Ka Kare Dhyan)

चुटकी बजाये हनुमान,

प्रभु का करे ध्यान,

जम्हाई ले ना पाए भगवान,

हनुमान तेरी जय हो,

बलवान तेरी जय हो,

पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥


भक्ति निराली शक्ति निराली,

संकटो से मुक्ति दिलाने वाली,

कहते भगवान है,

वीर हनुमान है,

सीता माँ कहे तू प्यारा बजरंगबली,

सीता माँ कहे तू प्यारा बजरंगबली,

तूने सीना चिर के सबको दिखाया,

सीता और राम जी का दर्शन कराया,

तेरी महिमा है सबसे महान ॥


चूटकी बजाये हनुमान,

प्रभु का करे ध्यान,

जम्हाई ले ना पाए भगवान,

हनुमान तेरी जय हो,

बलवान तेरी जय हो,

पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥


तू सोटे वाला अंजनी का लाला,

हाथो में पर्वत उठाने वाला,

सिंदूर माता ने थोड़ा लगाया,

तूने तो सिंदूरी कर ली काया,

तूने मन जीता माँ सीता सती का,

तूने मन जीता माँ सीता सती का,

तूने प्यार पाया सीता पति का,

गाये वैरागी तेरे गुणगान ॥


चूटकी बजाये हनुमान,

प्रभु का करे ध्यान,

जम्हाई ले ना पाए भगवान,

हनुमान तेरी जय हो,

बलवान तेरी जय हो,

पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥


चूटकी बजाये हनुमान,

प्रभु का करे ध्यान,

जम्हाई ले ना पाए भगवान,

हनुमान तेरी जय हो,

बलवान तेरी जय हो,

पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥


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मुझे राधे-राधे कहना सिखादे (Mujhe Radhe Radhe Kahana Shikhade)

मुझे राधे राधे कहना सिखा दे
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मेरे घर गणपति जी है आए (Mere Ghar Ganpati Ji Hai Aaye)

मेरे घर गणपति जी है आए,
मेरे घर गणपति जी है आये,

यही है प्रार्थना प्रभुवर (Yahi Hai Rrarthana Prabhuvar Jeevan Ye Nirala Ho)

सरलता, शीलता, शुचिता हों भूषण मेरे जीवन के।
सचाई, सादगी, श्रद्धा को मन साँचे में ढाला हो॥

विवाह पंचमी क्यों मनाई जाती है

मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है जो भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह की स्मृति में मनाया जाने वाला पवित्र पर्व है। सनातन धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है।

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