दर्शन की प्यासी नजरिया, मैया (Darshan Ki Pyasi Najariya Maiya)

दर्शन की प्यासी नजरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


खप्पर वाली माँ जगदम्बा,

चंडी ज्वाला अम्बा अम्बा,

ओढ़े लाल चुनरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


रण में महिषासुर को मारे,

माँ का शेरा जब हुंकारे,

दीखे लाल नज़रिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


खंज़र चक्र त्रिशूल संभाले,

लाल नयन और जीभ निकाले,

चुनरी रंग केसरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


गाते गुण माँ भगत तुम्हारे,

आन बसों माँ हृदय हमारे,

‘राजेन्द्र’ की सुनलो अरज़िया,

मैया लीजे खबरिया ॥


दर्शन की प्यासी नजरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥

........................................................................................................
पहले ध्यान श्री गणेश का, मोदक भोग लगाओ (Pehle Dhyan Shree Ganesh Ka Modak Bhog Lagao)

पहले ध्यान श्री गणेश का,
मोदक भोग लगाओ,

कालाष्टमी में मंत्र जाप

सनातन हिंदू धर्म में कालाष्टमी का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विशेष दिन काल भैरव बाबा को समर्पित है। यदि कोई साधक इस तिथि पर सच्चे मन से भगवान शिव के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा करता है।

हमारे भोले बाबा को, मना लो जिसका दिल चाहे (Hamare Bhole Baba Ko Mana Lo Jiska Dil Chahe)

हमारे भोले बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे,

Gauri Ke Nanda Gajanand Gauri Ke Nanda Lyrics (गौरी के नंदा गजानन, गौरी के नन्दा)

गजानंद आनंद करो,
दो सुख सम्पति में शीश,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने