दर्शन की प्यासी नजरिया, मैया (Darshan Ki Pyasi Najariya Maiya)

दर्शन की प्यासी नजरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


खप्पर वाली माँ जगदम्बा,

चंडी ज्वाला अम्बा अम्बा,

ओढ़े लाल चुनरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


रण में महिषासुर को मारे,

माँ का शेरा जब हुंकारे,

दीखे लाल नज़रिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


खंज़र चक्र त्रिशूल संभाले,

लाल नयन और जीभ निकाले,

चुनरी रंग केसरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥


गाते गुण माँ भगत तुम्हारे,

आन बसों माँ हृदय हमारे,

‘राजेन्द्र’ की सुनलो अरज़िया,

मैया लीजे खबरिया ॥


दर्शन की प्यासी नजरिया,

मैया लीजे खबरिया ॥

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शंकर के द्वारे चले काँवरिया (Shankar Ke Dware Chale Kavariya)

शंकर के द्वारे चले काँवरिया
भोले के प्यारे चले काँवरिया

शंकर का डमरू बाजे रे: शिव भजन (Shankar Ka Damru Baje Re)

शंकर का डमरू बाजे रे,
कैलाशपति शिव नाचे रे ॥

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

शंकर दयालु दूसरा, तुमसा कोई नहीं (Shankar Dayalu Dusra Tumsa Koi Nahi)

शंकर दयालु दूसरा,
तुमसा कोई नहीं,

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