एक तू ही है मेरा, बाकी सब है वहम(Ek Tu Hi Hai Mera Baki Sab Hai Veham)

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम,

एक तू ही है मेरा,

बाकी सब है वहम,

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम॥ 


मिलता सब कुछ,

दरबार में तेरे जो भी आता है,

लो आ गई मैं भी दर पे,

मुझको भी हो कृपा,

मेरी सुनले बाबा,

बाणधारी खाटू के चमन,

एक तू ही हैं मेरा,

बाकी सब है वहम,

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम ॥


चलना साथ हरदम,

बाबा मैं विश्वास लाइ हूँ,

दुनिया से हार गई हूँ,

तेरे दर पे आई हूँ,

रहना हरपल बाबा,

साथ मेरे तुझे है कसम,

एक तू ही हैं मेरा,

बाकी सब है वहम,

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम ॥


आऊं नगरी तेरी तो,

मैं बस तेरी हो जाऊं,

तेरे दर्शन जो कर लूँ,

मैं तुझमे खो जाऊं,

तेरे मिलने की दुरी अब,

हुई है ख़तम,

एक तू ही हैं मेरा,

बाकी सब है वहम,

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम ॥


मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम,

एक तू ही है मेरा,

बाकी सब है वहम,

मेरे बाबा साथ,

छोड़ना ना तुझे है कसम ॥

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माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए(Maa Ki Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,

जीमो जीमो साँवरिया थे (Jeemo Jeemo Sanwariya Thye)

जीमो जीमो साँवरिया थे,
आओ भोग लगाओ जी,

शीतला अष्टमी पर बासी भोजन का महत्व

शीतला अष्टमी, जिसे बसोड़ा भी कहा जाता है, होली के सात दिन बाद मनाई जाती है। इस दिन माता शीतला को बासी भोजन का भोग अर्पित किया जाता है।

श्री रविदास चालीसा (Sri Ravidas Chalisa)

बन्दौ वीणा पाणि को , देहु आय मोहिं ज्ञान।
पाय बुद्धि रविदास को , करौं चरित्र बखान।

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