हनुमान ने कर दिया काम, चुटकी बजाई करके (Hanuman Ne Kar Diya Kaam Chutki Bajay Karke)

सारे हार गए जोर लगाई करके,

हनुमान ने कर दिया काम,

चुटकी बजाई करके ॥


सीता को रावण हर लाया,

चिंतित थे श्री राम,

सात समंदर लांघे कैसे,

कौन करे ये काम,

सिया की सुध ल्याया,

लंका जलाई करके,

हनूमान ने कर दिया काम,

चुटकी बजाई करके ॥


शक्ति बाण लगी लक्ष्मण को,

घबराए श्री राम,

कौन है ऐसा वीर,

बचाए लक्ष्मण जी के प्राण,

बचाया लक्ष्मण को,

संजीवन लाए करके,

हनूमान ने कर दिया काम,

चुटकी बजाई करके ॥


भक्तों का ये संकट काटे,

संकट मोचन नाम,

‘सौरभ मधुकर’ बजरंगी का,

सालासर में धाम,

अपने भक्तो को,

गले से लगाए करके,

हनूमान ने कर दिया काम,

चुटकी बजाई करके ॥


सारे हार गए जोर लगाई करके,

हनुमान ने कर दिया काम,

चुटकी बजाई करके ॥

........................................................................................................
जानें त्रिपुर भैरवी की महिमा

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के दिन मां भगवती त्रिपुर भैरवी की जयंती मनाई जाती है। यह दिन मां त्रिपुर भैरवी की उत्पत्ति के रूप में मनाया जाता है जो शक्ति और साधना की प्रतीक हैं।

हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है (Hey Karuna Mayi Radhe Mujhe Bas Tera Sahara Hai)

हे करुणा मयी राधे,
मुझे बस तेरा सहारा है,

कितने साल तक रखना चाहिए एकादशी और प्रदोष व्रत

हिन्दू धर्म में एकादशी और प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। ये व्रत धार्मिक श्रद्धा, मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ के लिए किए जाते हैं।

रहे संग तेरा नाम प्रभु हर पल मेरे जीवन में(Rahe Sang Tera Naam Prabhu Har Pal Mere Jeevan Mein)

रहे संग तेरा नाम प्रभु,
हर पल मेरे जीवन में,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने