जय बजरंगी बोले, वो कभी ना डोले (Jay Bajrangi Bole Vo Kabhi Na Dole)

बोले बोले रे जयकारा,

जो बाबा का बोले,

जय बजरंगी बोले,

वो कभी ना डोले,

जय बजरंगी बोलें,

वो कभी ना डोले ॥


केसरी नंदन हे जगवंदन,

केसरी नंदन हे जगवंदन,

अंजनी माँ का लाला,

सबसे बढ़कर शक्ति तेरी,

तेरा रूप निराला,

गदा हाथ में लाल लंगोटा,

सिर पे मुकुट निराला,

तन पे लाल सिंदूर लगा के,

लाल देह कर डाला,

तेरे द्वार पे खड़े है,

तेरे भक्त भोले,

जय बजरंगी बोलें,

वो कभी ना डोले ॥


श्री राम का सीता माँ को,

श्री राम का सीता माँ को,

जब सन्देश सुनाया,

अजर अमर रहने का तूने,

वर माता से पाया,

तन मन में तेरे राम बसे है,

राम से ऐसा नाता,

निशदिन राम रटन की तुम तो,

फेरते रहते माला,

पत्ते पत्ते डाली डाली में,

तू राम टटोले,

जय बजरंगी बोलें,

वो कभी ना डोले ॥


बोले बोले रे जयकारा,

जो बाबा का बोले,

जय बजरंगी बोले,

वो कभी ना डोले,

जय बजरंगी बोलें,

वो कभी ना डोले ॥

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मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे(Meri Jholi Chhoti Padgayi Re Itna Diya Meri Mata)

मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता।

मां दुर्गा के पवित्र मंत्र

मार्गशीर्ष माह की दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा की आराधना और भक्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस साल मार्गशीर्ष दुर्गाष्टमी 8 दिसंबर 2024, रविवार को पड़ रही है।

देश के प्रमुख सूर्य मंदिर

हिंदू धर्म में, सूर्यदेव का विशेष स्थान है। वे नवग्रहों में प्रमुख माने जाते हैं। साथ ही स्वास्थ्य, ऊर्जा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।

भजमन राम चरण सुखदाई (Bhajman Ram Charan Sukhdayi)

भजमन राम चरण सुखदाई,
भजमन राम चरण सुखदाई ॥

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