जय महेश जय महादेवा (Jay Mahesh Jay Mahadeva)

तेरे दर पे आ तो गया हूँ,

राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

दुखियन पे किरपा करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेवा,

जय महेश जय महादेवा ॥


आँख में आंसू लब पर तू है,

मेरा जो है मेरा सब कुछ तू है,

मेरी भी झोली भरो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेंवा,

जय महेश जय महादेंवा ॥


दुनिया ताने मार रही है,

दुखिया मुझको पुकार रही है,

दुःख मेरे दूर करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेंवा,

जय महेश जय महादेंवा ॥


तेरे दर पे आ तो गया हूँ,

राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

दुखियन पे किरपा करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेवा,

जय महेश जय महादेवा ॥


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छठ पूजा: कांच ही बांस के बहंगिया (Chhath Puja: Kanch Hi Bans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाय

मकर संक्रांति पर अद्भुत संयोग

मकर संक्रांति के साथ ही खरमास का समापन होता है। जो इसे और भी शुभ बनाता है। इस दिन मांगलिक कार्य, निवेश और खरीदारी के लिए समय अनुकूल है।

तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे (Tumko Tumhare Bete Pukare)

तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे,
आ जाओ मैया घर में हमारे ॥

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