जय माता दी बोल (Jay Mata Di Bol)

जय माता दी बोल,

चली आएगी भवानी,

आएगी भवानी चली,

आएगी भवानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


बड़ी ही दयालु है ये,

बड़ी ही है दानी,

बड़ी ही दयालु है ये,

बड़ी ही है दानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


लाल लाल चुनरी है,

माँ की निशानी,

लाल लाल चुनरी है,

माँ की निशानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


जय जयकार मैया जी को,

लगती सुहानी,

जय जयकार मैया जी को,

लगती सुहानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


झोली भरे सबकी,

है माँ वरदानी,

झोली भरे सबकी,

है माँ वरदानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


‘सोनू’ अपनी मैया से,

प्रीत है पुरानी,

‘सोनू’ अपनी मैया से,

प्रीत है पुरानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


जय माता दी बोल,

चली आएगी भवानी,

आएगी भवानी चली,

आएगी भवानी,

जय माता दी बोंल,

चली आएगी भवानी ॥


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पौष पूर्णिमा उपाय

पूर्णिमा तिथि महीने में 1 बार आती है। इस तरह पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इन्हीं पूर्णिमा तिथ्यों में से एक है पौष माह की पूर्णिमा। वैसे तो हर महीने की पूर्णिमा तिथि शुभ होती है, लेकिन इस साल पौष पूर्णिमा खास होने जा रही है।

मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कोळ - शब्द कीर्तन (Mehra Waliya Rakhi Charna De Kol)

मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कोळ,
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भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा विधि

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।

छठ पूजा: कांच ही बांस के बहंगिया (Chhath Puja: Kanch Hi Bans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाय

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