कलयुग में शिवयुग आया है (Kalyug Mein Shiv Yug Aaya Hai)

कलयुग में शिवयुग आया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

हर भगत ने तुझको पाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


शिव मंदिर में तेरे भगत खड़े,

तेरे नाम की अलख जगाए खड़े,

मूलमंत्र उन्हें अब भाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

कलयुग में शिवयुग आया हैं,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


पंडालों में भारी भीड़ पड़ी,

शिव कृपा की ऐसी होड़ लगी,

कण कण में शंकर समाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

कलयुग में शिवयुग आया हैं,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥


कलयुग में शिवयुग आया है,

महादेव ये तेरा रचाया है,

हर भगत ने तुझको पाया है,

महादेव ये तेरा रचाया है ॥

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राम का हर पल ध्यान लगाए, राम नाम मतवाला (Ram Ka Har Pal Dhyan Lagaye Ram Naam Matwala)

राम का हर पल ध्यान लगाए,
राम नाम मतवाला,

डमक डम डमरू रे बाजे (Damak Dam Damroo Re Baje)

डमक डम डमरू रे बाजे,
चन्द्रमा मस्तक पर साजे,

श्रावण मास की कामिका एकादशी (Shraavan Maas Kee Kaamika Ekaadashee)

युधिष्ठिर ने कहा-हे भगवन्! श्रावण मास के कृष्णपक्ष की एकदशी का क्या नाम और क्या माहात्म्य है सो मुझसे कहने की कृपा करें।

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