कितना सोणा है दरबार, भवानी तेरा (Kitna Sona Hai Darbar Bhawani Tera)

कितना सोणा है दरबार,

भवानी तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

तेरा ये दरबार भवानी,

तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

ओ मैया तुमको,

किसने सजाया है,

तेरा सुंदर से सुंदर,

दरबार बनाया है ॥


कोई लाया लाल चुनरिया,

कोई लाया पैजनियां,

कोई बिंदिया कंगन लाया,

कोई मोतियन हार,

कितना प्यारा है,

कितना प्यारा है दरबार,

भवानी तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

ओ मैया तुमको,

किसने सजाया है,

तेरा सुंदर से सुंदर,

दरबार बनाया है ॥


सिंह सवारी माँ जगदम्बे,

तेरी शोभा अति प्यारी,

बलिहारी हुआ आज भक्त वो,

किया जिसने दीदार,

कितना प्यारा है,

कितना प्यारा है दरबार,

भवानी तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

ओ मैया तुमको,

किसने सजाया है,

तेरा सुंदर से सुंदर,

दरबार बनाया है ॥


जगराते में भजन भाव की,

पावन गंगा बहती है,

करे प्रार्थना ‘चोखानी’ भी,

लगाके जै जैकार,

कितना प्यारा है,

कितना प्यारा है दरबार,

भवानी तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

ओ मैया तुमको,

किसने सजाया है,

तेरा सुंदर से सुंदर,

दरबार बनाया है ॥


कितना सोणा है दरबार,

भवानी तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

तेरा ये दरबार भवानी,

तेरा ये सिणगार,

कितना सोणा है,

ओ मैया तुमको,

किसने सजाया है,

तेरा सुंदर से सुंदर,

दरबार बनाया है ॥

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प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना (Prabhu Humpe Daya Karna)

प्रभु हम पे कृपा करना,
प्रभु हम पे दया करना ।

ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे (O shankar Mere Kab Honge Darshan Tere)

ओ शंकर मेरे,
कब होंगे दर्शन तेरे,

बरसाने की लट्ठमार होली

बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के, परम भक्त कहलाए (O Pawan Putra Hanuman Ram Ke Param Bhakt Kahlaye)

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के,
परम भक्त कहलाए,

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