लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा (Lagan Tumse Laga Baithe Jo Hoga Dekha Jayega)

मोहे लागी रे लगन महाकाल की लगन,

तुम्हारे नाम से किस्मत मेरी सजा लू मैं,

तुम्हारे चरणों को ही अपना घर बना लू मैं,

मुझे कर गई मगन,

महाकाल की लगन ॥


मेरी लगन सहारा बन मुझे संभालेगी ,

मेरी बलाए मेरे दुख लगन ही टालेगी ,

मेरी लगन मेरी भक्ति का ये सिला देगी,

मेरे महाकाल से मुझको भी ये मिला देगी ,

दे गई दीवानापन,

महाकाल की लगन,

मोहे लागी रे लगन ॥


आता हूं दर तेरे पल भर के लिए ,

थोड़ा अपने लिए थोड़ा घर के लिए ,

अपनी किस्मत पर तेरी नजर के लिए ,

सामने तेरे दुनिया को भूल जाऊ में,

तेरा हो जाता हु उम्र भर के लिए ,

बदल गया ये जीवन,

महाकाल की लगन,

मोहे लागी रे लगन ॥


मैं धूल बनके तेरी राह में बिखर जाऊं ,

मैं फूल बनके तेरी राह में बिखर जाऊं,

रहू मैं पास तेरे भक्ति ऐसी कर जाऊं,

तेरे चरणों से लगके भोले मैं भी तर जाऊं,

भक्तिमय करे है मन,

महाकाल की लगन,

मोहे लागी रे लगन ॥


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नवरात्रि में कलश स्थापना कैसे करें

कलश स्थापना को शुभता और मंगल का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, कलश में जल को ब्रह्मांड की सभी सकारात्मक ऊर्जाओं का स्रोत माना गया है।

मनाओ जी गणेश भक्तो(Manao Ji Ganesh Bhakto)

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शिव मात पिता,
शिव बंधू सखा,

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ॐ मंगलम ओमकार मंगलम
[ ॐ मंगलम ओमकार मंगलम ]

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