मेरो गोपाल झूले पलना (Mero Gopal Jhule Palna)

मेरो गोपाल झूले पलना,

मदन गोपाल झूले पलना,

पलना पलना पलना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥


काहे को सखी बनो रे पालनो,

काहे की बाँधी डोरी,

सोने को पलना रेशम की डोरी,

चित्त करत है चोरी,

पलना ललना दोनों ते मेरी,

नजर हटे ना एक पल ना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥


कौन लला को पलना झुलावे,

लोरी कौन सुनावे,

नंदराय जी पलना झुलावे,

जसोदा लोरी गावे,

रंग सांवरो सुघड़ लाल छब,

जाने हस हस छलना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥


मथुरा जी ते ले के निकरो,

सिर पर आंधी पानी,

बिच में मिल गई जमुना मैया,

अपनी ही पटरानी,

कल कल करती नदी ने पाए,

बिन पग धोए कल ना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥


रात ही रात नगर घर बदलो,

बदले बाबुल मैया,

त्रेताजुग को राम बन्यो,

द्वापर में कृष्ण कन्हैया,

रूप बदलने वाले मोहन,

तू हमसे ना बदलना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥


मेरो गोपाल झूले पलना,

मदन गोपाल झूले पलना,

पलना पलना पलना,

मेरो गोपाल झूलें पलना,

मदन गोपाल झूले पलना ॥

........................................................................................................
मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती(Man Tera Mandir Ankhen Diya Bati)

मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती,
होंठो की हैं थालियां बोल फूल पाती,

रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया (Rama Rama Ratate Ratate)

रामा रामा रटते रटते,
बीती रे उमरिया ।

दर्श अमावस्या पूजा विधि

हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या का विशेष महत्व है, जो पितरों की शांति और मोक्ष की प्राप्ति के लिए समर्पित मानी जाती है। इस दिन पितरों की पूजा करना, तर्पण देना और धूप देना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

क्या सूर्यग्रहण का भारत में दिखेगा असर

साल 2025 में चंद्र ग्रहण के बाद अब लोगों की निगाहें सूर्यग्रहण पर टिक गई हैं। यह साल का पहला सूर्यग्रहण होगा। इसे लेकर धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।