मोको कहां ढूंढे रे बंदे(Moko Kahan Dhunde Re Bande)

मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

ना तीरथ में ना मूरत में,

ना एकांत निवास में ।

ना मंदिर में, ना मस्जिद में,

ना काबे कैलाश में ।

मैं तो तेरे पास में ।


ना मैं जप में, ना मैं तप में,

ना मैं व्रत उपवास में ।

ना मैं क्रिया क्रम में रहता,

ना ही योग संन्यास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


नहीं प्राण में नहीं पिंड में,

ना ब्रह्माण्ड आकाश में ।

ना मैं त्रिकुटी भवर में,

सब स्वांसो के स्वास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


खोजी होए तुरंत मिल जाऊं,

एक पल की ही तलाश में ।

कहे कबीर सुनो भाई साधो,

मैं तो हूँ विश्वास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

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राम कहानी सुनो रे राम कहानी (Ram Kahani Suno Re Ram Kanahi)

राम कहानी सुनो रे राम कहानी ।
कहत सुनत आवे आँखों में पानी ।

श्री कुबेर जी की आरती (Shri Kuber Ji Ki Aarti)

ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे॥

अंजनीसुत केसरी नंदन ने (Anjani Sut Kesari Nandan Ne)

अंजनीसुत केसरी नंदन ने,
श्री राम के कारज सारे है,

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