मोको कहां ढूंढे रे बंदे(Moko Kahan Dhunde Re Bande)

मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

ना तीरथ में ना मूरत में,

ना एकांत निवास में ।

ना मंदिर में, ना मस्जिद में,

ना काबे कैलाश में ।

मैं तो तेरे पास में ।


ना मैं जप में, ना मैं तप में,

ना मैं व्रत उपवास में ।

ना मैं क्रिया क्रम में रहता,

ना ही योग संन्यास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


नहीं प्राण में नहीं पिंड में,

ना ब्रह्माण्ड आकाश में ।

ना मैं त्रिकुटी भवर में,

सब स्वांसो के स्वास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


खोजी होए तुरंत मिल जाऊं,

एक पल की ही तलाश में ।

कहे कबीर सुनो भाई साधो,

मैं तो हूँ विश्वास में ।

मैं तो तेरे पास में ।


मोको कहां ढूंढे रे बंदे,

मैं तो तेरे पास में ।

........................................................................................................
Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar ( शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर )

आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,

भोला नही माने रे नहीं माने (Bhola Nai Mane Re Nahi Mane)

भोला नही माने रे नहीं माने,
मचल गए नचबे को,

बसंत पंचमी पर किस दिशा में करें पूजा

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वहीं इस साल बसंत पंचमी 02 फरवरी को मनाया जाएगा।

मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत विधि

सनातन हिंदू धर्म में, हर महीने मां दुर्गा के निमित्त मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत और पूजन किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा का व्रत करने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने